समीक्षा अधिकारी के बेटे ने होटल में फांसी लगा दी जान, पिता ने इन पर लगाए आरोप

समीक्षा अधिकारी के बेटे ने होटल में फांसी लगा दी जान, पिता ने इन पर लगाए आरोप


लखनऊ । शक्ति भवन में तैनात समीक्षा अधिकारी प्रतीक तिवारी के बेटे अंशुमान तिवारी (21) का शव गुडंबा के होटल एक्सप्रेस-इन के कमरे मेें मंगलवार सुबह पंखे से लटकता मिला। अंशुमान सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। उसने सोमवार देर रात कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजवाया।




प्रतीक ने अंशुमान के सोनभद्र निवासी कारोबारी साझीदार और एक दरोगा पर दबाव बनाकर अवैध वसूली का आरोप लगाया है। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, अंशुमान के खिलाफ गोमतीनगर में धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज थे। जिनकी विवेचना की जा रही है।



वहीं, अभी युवक के घरवालों ने कोई तहरीर नहीं दी है। परिवारीजनों ने दावा किया है कि दरोगा की धमकी भरी कॉल की रिकार्डिंग भी उनके पास हैं। प्रभारी निरीक्षक गुडंबा रीतेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, अवधपुरी सर्वोदय नगर निवासी प्रतीक तिवारी के परिवार में पत्नी सीमा व बेटी अनन्या है।



बेटे का शव देख मां गश खाकर गिरी


प्रतीक के मुताबिक, दोपहर को होटल कर्मचारियों ने सूचना दी कि अंशुमान ने तीसरी मंजिल में कमरा नंबर-304 बुक कराया था। वह सोमवार शाम से अंदर हैं और दरवाजा नहीं खोल रहे हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रजिस्टर चेक किया और बुकिंग के दौरान जमा सभी दस्तावेज जुटाए।

इसके बाद दरवाजा तोड़ा तो अंशुमान का शव पंखे से नायलॉन की रस्सी के सहारे लटकता मिला। जबकि दोनों हाथ बेल्ट से आगे की तरफ बंधे थे। बेटे का शव देख मां गश खाकर गिर गई और पिता बदहवाश हो गए। एसीपी गाजीपुर दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, डीवीआर कब्जे में ले लिया गया है।

युवक ने कमरा बुकिंग के लिए आधार कार्ड जमा किया था। पुलिस ने होटल कर्मचारियों से भी पूछताछ की। प्रतीक के मुताबिक, कंपनी को विवादों में घिरता देख अंशुमान ने 17 जनवरी को स्विट्जरलैंड की एक कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर डेवलपर की नौकरी सालाना 13.20 लाख रुपये के पैकेज पर शुरू की थी।

इसके एक महीने बाद ही उसकी खुदकुशी ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, जांच की जा रही है। फिलहाल तहरीर नहीं मिली है।