परिवहन विभाग पर एसीबी की कार्रवाई: आरोपी जसवंत यादव पर बोले मंत्री खाचरियावास, कहा- उसे मैं उतना ही जानता हूं जैसे दूसरे ट्रांसपोर्टर्स को

परिवहन विभाग पर एसीबी की कार्रवाई: आरोपी जसवंत यादव पर बोले मंत्री खाचरियावास, कहा- उसे मैं उतना ही जानता हूं जैसे दूसरे ट्रांसपोर्टर्स को


जयपुर। एसीबी की कार्रवाई से परिवहन विभाग में खलबली मची हुई है। कांग्रेस से लेकर प्रदेश तक की सियासत गरमा गई है। कार्रवाई को लेकर कई तरह की चर्चाएं है। कोई कह रहा है कि परिवहन मंत्री और ब्यूरोक्रेसी के बीच चल रही तकरार के कारण यह कार्रवाई हुई है तो कोई कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी का नतीजा बता रहा है। इस बीच हर कोई यह जानना चाह रहा है कि परिवहन मंत्री और कार्रवाई में गिरफ्तार जसवंत यादव के बीच क्या रिश्ते है? इन तमाम सवालों को लेकर दैनिक भास्कर ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से विस्तार से बातचीत की।


सवाल: परिवहन में भ्रष्टाचार चरम पर चल रहा था। क्या इसलिए एसीबी ने कार्रवाई की? विभाग के भ्रष्टाचार पर आपकी नजर क्यों नहीं पड़ी?


जवाब: परिवहन में भ्रष्टाचार से मैं इनकार नहीं करता। मुझे जब भी जानकारी मिली, मैंने ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की। उन्हें एपीओ किया। जहां तक एसीबी की कार्रवाई की बात है तो केवल एक व्यक्ति को कैश के साथ पकड़ा है। अन्य लोगों के पास से एसीबी को कुछ भी नहीं मिला। उन्हें घर से उठाया गया है। केवल एक ट्रांसपोर्टर से एक करोड़ से अधिक की रकम बरामद की गई है। ट्रांसपोर्टर ने क्या बयान दिया पता नही?


सवाल: रमेश मीणा और जोगिंदर अवाना आपके विभाग में भ्रष्टाचार का खुलासा करते रहे? आप देखते क्यों रहें?
जवाब: यदि मंत्री, डिप्टी सीएम और सीएम ही सड़कों पर उतरकर अफसरों को पकड़ने का काम करने लगे तो और एजेंसियां क्या करेगी? मंत्री सड़क पर उतरेगा तो अफसर क्षेत्र में मिलेंगे ही नही?


सवाल: आपके और एसीबी की गिरफ्त में आए जसवंत यादव के बीच रिश्ते का सच क्या है?


जवाब: जिस तरह से प्रदेश के सभी ट्रांसपोर्टर मुझे जानते हैं और मै उन्हें जानता हूं। वैसे ही जसवंत यादव भी मुझे और मैं जसवंत यादव को जानता हूं। मेरा जसवंत यादव के कोई पारिवारिक या व्यवसायिक रिश्ता नहीं।


सवाल: क्या जांच कीआंच आप तक भी आ सकती है?


जवाब: सवाल ही नहीं उठता। लेकिन एक बात कहना चाहूंगा विपक्ष में रहते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर लड़ाई हमने लड़ी है। भाजपा सरकार में 45 हजार करोड़ रुपये का खान घोटाला हुआ था। एनएचम घोटाला हुआ था। इसके कारण हम सत्ता में आए। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने एक साल हो गया है, लेकिन आज तक किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। उस समय के घोटालेबाज अफसर आज भी सरकार में है। इस पर भी सरकार को गंभीरता से सोचना पड़ेगा।


सवाल: आपका विभाग सरकार के भीतर चल रही गुटबाजी का शिकार तो नहीं हो गया?


जवाब: सरकार में कोई गुटबाजी नहीं है। भ्रष्टाचार पर सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित पूरी सरकार की एक ही राय है। भ्रष्टाचार जड़ से खत्म होना चाहिए। इसलिए तो आज भी एसीबी ने पुलिस वालों को पकड़ा है। सबसे अधिक कार्रवाई ही पुलिस के खिलाफ हुई है। उसके बाद माइंस और दूसरे विभाग में भी बड़ी कार्रवाई हुई है।


सवाल: चर्चा है कि मंत्री और ब्यूरोक्रेसी के बीच चल रही रंजिश के कारण ये रेड हुई?


जवाब: अब यह तथ्य सामने आएगा कि किस व्यक्ति के परिवाद पर एसीबी ने कार्रवाई की है, लेकिन यदि कोई यह सोच रहा है कि शेर को पिंजरे में बंद कर दूंगा तो यह गलतफहमी है। भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में मेरा समर्थन है, लेकिन किसी बेकसूर व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं होने दूंगा। एसीबी भी किसी नियम और कानून के तहत ही चलती है।