क्लिंटन फाउंडेशन ने दिया प्रशिक्षण, डॉक्टरों को सिखाया कि प्रारंभिक स्थिति में कैंसर का कैसे पता लगाएं

क्लिंटन फाउंडेशन ने दिया प्रशिक्षण, डॉक्टरों को सिखाया कि प्रारंभिक स्थिति में कैंसर का कैसे पता लगाएं


इंदौर। ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में ही पता लगाने के लिए भारत सरकार एक नया कार्यक्रम ला रही है। पॉपुलेशन बेस्ट स्क्रीनिंग एंड ट्रीटमेंट ऑफ कॉमन कैंसर्स इन इंडिया कार्यक्रम के तहत प्रारंभिक अवस्था में ही बीमारी की पहचान करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। क्लिंटन फाउंडेशन के सहयोग से एमजीएम मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों के लिए मंगलवार को एमटीएच महिला अस्पताल में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें डॉक्टरों को सर्विक्स, मुंह व गले का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के बारे में बताया गया।


कार्यशाला में बताया गया कि तीन प्रकार के कैंसर सबसे ज्यादा कॉमन हैं। यदि प्रारंभिक अवस्था में ही बीमारी का पता लग जाए तो मरीज क्वाॅलिटी लाइफ जी सकता है। अब सरकार ग्रामीण स्तर पर ट्रीटमेंट सेंटर बनाने जा रही है, ताकि समय से पहले बीमारी का पता लगाया जा सके। स्त्री रोग विशेषज्ञ और कार्यशाला समन्वयक डॉ. अनुपमा दवे ने बताया कि डॉक्टरों को सर्वाइकल कैंसर, ओरल व ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के बारे में बताया गया। ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों के स्त्री रोग विशेषज्ञ भी इसमें शामिल हुए। मरीजों की पहचान करना और रैफरल सिस्टम के बारे में बताया गया कि यदि मरीज में बीमारी की पहचान होती है तो किस सेंटर पर उन्हें इलाज के लिए भेजना चाहिए। कार्यशाला में डॉ. नीलेश दलाल, डॉ. पूनम माथुर, डॉ. आकांक्षा थोरा, डॉ. ज्योति सिमलोट, डॉ. कल्पना भटनागर सहित अन्य डॉक्टर्स मौजूद थे।