कालरा की ढाणी 50 दिन से अंधेरे में, पीड़ित एसडीएम कार्यालय में धरने पर; दबंगों ने काट दी थी बिजली

कालरा की ढाणी 50 दिन से अंधेरे में, पीड़ित एसडीएम कार्यालय में धरने पर; दबंगों ने काट दी थी बिजली


जयपुर। विराटनगर तहसील की बजरंगपुरा ग्राम पंचायत की कालरा की ढाणी में दबंगों द्वारा बिजली की लाइन काटने की घटना को 50 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन प्रशासनिक व बिजली निगम के अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं देने से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। बिना लाइट के बच्चे पढ़ भी नहींं पा रहे हैं। कुछ ही दिनों में स्कूल-कालेजों की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं।


सुनवाई नहीं होने से नाराज ग्रामीण बच्चों के साथ मंगलवार शाम एसडीएम कार्यालय पहुंच गए और विरोध-प्रदर्शन कर धरने पर बैठ गए। धरनार्थियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध जताया। धरनार्थियों ने बताया कि प्रशासन 50 दिन बाद भी बिजली लाइन को जुड़वाने के लिए मूकदर्शक बना हुआ है। कुछ ही दिनों में बोर्ड की परीक्षाएं भी शुरू होने वाली है, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी ढाणी के लोगों पर भारी पड़ रही है।


एसडीएम राजवीर सिंह यादव ने धरनार्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल को बुलाया ओर समझाने का प्रयास किया। जहां बिजली निगम के एईएन रमेश गुर्जर को बुलाया गया। करीब डेड घंटे तक चली वार्ता के बाद भी सहमति नहीं बन पाई।


ग्रामीण फिर से धरने पर बैठ गए। रात 12 बजे तक लोग धरने पर बैठे रहे। बुधवार सुबह लोग वापस एसडीएम कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। धरने का नेतृत्व कर रहे राधेश्याम यादव व भाजयुमो जिलाध्यक्ष उत्तर गौरव यादव ने बताया कि 29 दिसंबर को कालरा की ढाणी में कुछ दबंगों ने रास्ते के विवाद को लेकर बिजली की लाईन काट दी थी।


बिजली काटने पर लोगों ने एसडीएम से लेकर संभागीय आयुक्त तक को मामले से अवगत कराया, लेकिन बिजली की काटी गई लाइन जोड़ी नहीं गई। उन्होंने बताया कि प्रशासन राजनीति के दबाव के चलते बिजली की लाइन नहीं जोड़ रहा है।



इनका कहना है : धरनार्थियों से करीब डेढ़ घंटे तक समझाईश की गई, लेकिन वार्ता सफल नही हो पाई। धरनार्थियों से समझाईश के प्रयास जारी है । राजवीरसिंह यादव, एसडीएम विराटनगर


न्यूज व फोटो : मुकेश प्रजापत