BEDROOM में अपने BF के साथ पकडी गई थी पीडिता

BEDROOM में अपने BF के साथ पकडी गई थी पीडिता


बैराड। बताया गया हैं कि जुलाई 2018 में उक्त दहेज पीडिता अपनी शादी के तीन माह बाद ही अपनी ससुराल बैराड में आधी रात अपने ही पति के बेड पर अपने प्रेमी के साथ हमविस्तर होते ससुरालियो ने पकडा। बहू से क्रोधित सुसरालियो ने डायल 100 को कॉल किया।

पुलिस इस ओझा परिवार की बहू और उसके प्रेमी को थाने उठा लाई। पूछताछ में ओझा परिवार की बहू ओर उसके प्रेमी से पूछताछ की। पूछताछ में दोनो ने स्वीकार किया कि वह एक दोनो एक दूसरे से प्यार करते हैं और साथ में ही रहना चाहते है।

बताया जा रहा हैं कि इसके इस ओझा परिवार के बहू अपने मायके चली गई। अब इसी मामले में इस ओझा परिवार पर दहेज एक्ट का मामला बहू ने दर्ज करा दिया। इस ओझा परिवार ने कभी नही सोचा होगा जिस परिवार को वह घर की लक्ष्मी समझकर ला रहे है वह समाज में ससुरालियो पर एक कंलक लगा जाऐगी।

बीते 18 अप्रैल 2018 को बैराड निवासी हरिओम ओझा पुत्र सुरेश ओझा की शादी ग्राम चिलमानी जिला श्योपुर की निवासी मोनिका पुत्री रामनिवास ओझा के साथ सामूहिक विवाह सम्मेलन बैराड में बराबर-बराबर पैसे जमा करवाकर शादी संपन्न हुई थी।

कुंटुब न्यायालय में भी चल रहा है प्रकरण

पूर्व में इस ओझा परिवार की बहू के परिजनों द्वारा उक्त मामले को लेकर कुंटुब न्यायालय में भी इस बात को स्वीकार्य किया था कि वह शादी के 5-6 दिन बाद ही मायके चली गई थी। उसका कहना था कि वह शादी के बाद शुरू में दो दिन और बाद में केवल एक माह ही ससुराल में रही है इसके बाद से मैं अपने मायके में ही रह रही हूं।

हालांकि कुंटुब न्यायालय में दिये गए इस ओझा परिवार की बहू ने इस बात से साफ इंकार किया कि उसका उसके प्रेमी महेन्द्र से कोई चक्कर चल रहा है वह तो ससुराल वालों ने महेन्द्र से झगडा किया था जिसके चलते 4-7-2018 की रात्रि को पुलिस घर पर आई थी और उसी समय में पुलिस के समक्ष लिखा पढी करके अपने पिता और भाई मायके चली गई थी। हालांकि कुंटुब न्यायालय में चल रहे इस प्रकरण में भी मोनिका के परिजनों ने अपने अधिबक्ता के माध्यम से दहेज एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कराने की मांगी की थी।

सवाल इस लिए उठ रहे हैं।

अगर समाजिक तोर पर देखा जाए तो इस ओझा परिवार की बहू ने 4 तारिख की काली रात काला काम कर इस ओझा परिवार की ईज्जत के साथ रेप किया हैंं। मामला इस बहू पर दर्ज होना था।

लेकिन पुलिस ने केवल इस ओझा परिवार के बहू के बायानो के आधार पर इस ओझा परिवार पर दहेज एक्ट का मामला दर्ज कर लिया,लेकिन सत्य यह हैं कि यह परिवार बहू से समाजिक रूप से पीडित हो चुका हैं। ओर पुलिस की कार्यप्रणाली के कारण अब ज्यादा पीडित हैं।