अफीम की फसल पर लहलहाए जामुनी, लाल व केसरिया फूल

अफीम की फसल पर लहलहाए जामुनी, लाल व केसरिया फूल


मंदसौर । उद्यानिकी महाविद्यालय में 42 साल से अफीम की प्रजातियों पर शोध किया जा रहा है। 20 साल पहले प्रचलन में आई प्रजाति को अब धरोहर के रूप में हर साल लगाकर शोध किया जा रहा है। इन प्रजातियों पर कई रंगों के आकर्षक फूल आते हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एसएन मिश्रा ने बताया कि हर साल यहां 200 के आसपास प्रजातियों पर शोध हाेता है। इस बार उद्यानिकी में 180 प्रकार की प्रजातियों को लगाया है। कैंसर की 28 प्रकार की दवाइयों में भी अफीम का उपयोग होता है।


वर्तमान में तीन किस्में मुख्य हैं
किसानों द्वारा लगाई जाने वाली अफीम की तीन किस्में मुख्य हैं, जिसमें जवाहर अफीम 16, जवाहर जेओपी 540 और 539 है जो वर्तमान में अधिक प्रचलित है।